नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को केंद्रीय गृह सचिव, सीमा प्रबंधन सचिव और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक सहित गृह मंत्रालय (एमएचए) के अधिकारियों के साथ बैठक की। सीमावर्ती गांवों के लिए वाइब्रेंट विलेजेज कार्यक्रम के तहत विकास पहलों में तेजी लाना और उनका आकलन करना।
केंद्र ने 17 फरवरी, 2023 को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम लॉन्च किया, जिसका लक्ष्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश सहित चीन के साथ देश की उत्तरी सीमा पर चुनिंदा गांवों का व्यापक विकास करना है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बजट 2022-23 में कार्यक्रम पेश किया और 2,963 गांवों में विकास के लिए 4,800 करोड़ रुपये मंजूर किए।
बैठक में उपस्थित गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि कार्यक्रम के तहत, 136 से अधिक गांवों में सभी मौसम के लिए सड़कें हैं, जबकि सभी 2,963 सीमावर्ती गांवों को 2024 के अंत तक 4 जी कनेक्टिविटी और बैंकिंग सेवाएं प्राप्त करने की योजना है।
गृह मंत्रालय के अनुसार, इन सीमावर्ती गांवों में 4,000 सेवा वितरण जागरूकता शिविरों सहित 6,000 कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
भारत सरकार ने इन क्षेत्रों में रोजगार पैदा करने के लिए 600 से अधिक परियोजनाओं को मंजूरी दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने लंबित मुद्दों के समाधान के लिए समय पर समीक्षा के महत्व पर भी जोर दिया।