मणिपुर हिंसा पर विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी को लेकर बड़ा बवाल मचाया। यहां तक कि विपक्ष ने यह दावा किया उनकी चुप्पी तोड़ने के लिए संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया।
ऐसा नहीं है कि प्रधानमंत्री पर चुप्पी का आरोप पहली बार लगा है।
अख़लाक को कथित गोरक्षकों ने जब मार डाला था तब भी प्रधानमंत्री से जवाब मांगा गया था।
और ऐसे कई मौकों पर जब-जब विपक्ष को ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री को घेरा जा सकता है, वह उनकी चुप्पी पर सवाल उठाता है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उन्हीं चुनिंदा मुद्दों पर ही उठाए जाते हैं जो विपक्ष के नैरेटिव को सूट करते हैं।
मसलन, संसद में मणिपुर पर बवाल के बीच नूंह की हिंसा पर किसी ने प्रधानमंत्री का जवाब नहीं मांगा।
NewsDrum LIVE के इस खास एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक शेखर अय्यर से जानिए आखिरकार क्यों चुप रहते हैं प्रधानमंत्री संवेदनशील मुद्दों पर।